Gali Hondi Madine Di Lyrics (4 Languages) | Punjabi Naat

Gali Hondi Madine Di Turan Da Tan Maza Aunda Lyrics (4 Languages)

“गली होंदी मदीने दी, टुरण दा ताँ मज़ा औंदा” पंजाबी ज़बान में लिखी गई एक ऐसी नात-ए-पाक है जो हर सुनने वाले को मदीने की याद में तड़पा देती है। इस ख़ूबसूरत कलाम को मौलाना मंज़ूर अहमद ने अपनी क़लम से सजाया है। इस नात में एक आशिक़-ए-रसूल की उन हसरतों का ज़िक्र है जो वो मदीना शरीफ़ जाकर पूरी करना चाहता है।

इस कलाम को कई नात-ख़्वानों ने पढ़ा है, लेकिन हाफ़िज़ उमर फ़ारूक़ नक़्शबंदी और ख़ादिम हुसैन नक़्शबंदी की आवाज़ में इसे बहुत पसंद किया गया। इस पेज पर आपको इस रूहानी नात के मुकम्मल बोल **चार भाषाओं (हिंदी, रोमन, उर्दू और गुजराती)** में मिलेंगे।

नात की जानकारी (Naat Information Table)

 

फीचर (Feature)विवरण (Details)
कलाम का उनवानगली होंदी मदीने दी, टुरण दा ताँ मज़ा औंदा
शायर (Poet)मौलाना मंज़ूर अहमद
भाषा (Language)पंजाबी (Punjabi)
मशहूर नात-ख़्वाँहाफ़िज़ उमर फ़ारूक़ नक़्शबंदी, ख़ादिम हुसैन नक़्शबंदी

“Gali Hondi Madine Di” Full Naat Lyrics

Roman Punjabi Lyrics

Gali hondi Madine di, turan da taan maza aunda,
O baagh honde khajooraan de, phiran da taan maza aunda.

Ae seena jaali naal honda, sabz gumbad di chhaan hondi,
Asaan muddataan de sikdiyaan noon, tharan da taan maza aunda.

Maran ton main nahin darda, ae maut ik din te auni ae,
Qabar hondi Baqi’ de wich, maran da taan maza aunda.

Je wich Ramzan de, Maula! Madine main vi tur jaanda,
Othe sehri te iftaari, karan da taan maza aunda.

Hindi Lyrics (हिन्दी बोल)

गली होंदी मदीने दी, टुरण दा ताँ मज़ा औंदा,
ओ बाग़ होंदे खजूराँ दे, फिरण दा ताँ मज़ा औंदा।

ए सीना जाली नाल होंदा, सबज़ गुंबद दी छाँ होंदी,
असाँ मुद्दताँ दे सिकदियाँ नूँ, ठरण दा ताँ मज़ा औंदा।

मरण तों मैं नहीं डरदा, ए मौत इक दिन ते औणी ए,
क़बर होंदी बक़ी’ दे विच, मरण दा ताँ मज़ा औंदा।

जे विच रमज़ान दे, मौला! मदीने मैं वी टुर जाँदा,
ओथे सेहरी ते इफ़्तारी, करण दा ताँ मज़ा औंदा।

Urdu Lyrics (اردو کے بول)

گلی ہوندی مدینے دی، ٹُرن دا تاں مزا آوندا
او باغ ہوندے کھجوراں دے، پھرن دا تاں مزا آوندا

اے سینہ جالی نال ہوندا، سبز گنبد دی چھاں ہوندی
اساں مدتاں دے سکدیاں نوں، ٹھہرن دا تاں مزا آوندا

مرن توں میں نہیں ڈردا، اے موت اک دن تے آونی اے
قبر ہوندی بقیع دے وچ، مرن دا تاں مزا آوندا

جے وچ رمضان دے مولا! مدینے میں وی ٹُر جاندا
اوتھے سحری تے افطاری، کرن دا تاں مزا آوندا

Gujarati Lyrics (ગુજરાતી ગીતો)

ગલી હોંદી મદીને દી, ટુરણ દા તાઁ મઝા ઔંદા,
ઓ બાગ હોંદે ખજૂરાઁ દે, ફિરણ દા તાઁ મઝા ઔંદા.

એ સીના જાલી નાલ હોંદા, સબ્ઝ ગુંબદ દી છાઁ હોંદી,
અસાઁ મુદ્દતાઁ દે સિકદિયાઁ નૂઁ, ઠરણ દા તાઁ મઝા ઔંદા.

મરણ તોં મૈં નહીં ડરદા, એ મૌત ઇક દિન તે ઔણી એ,
કબર હોંદી બકી’ દે વિચ, મરણ દા તાઁ મઝા ઔંદા.

જે વિચ રમઝાન દે, મૌલા! મદીને મૈં વી ટુર જાઁદા,
ઓથે સેહરી તે ઇફ્તારી, કરણ દા તાઁ મઝા ઔંદા.

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (Frequently Asked Questions)

Q1. इस नात का मुख्य भाव क्या है?

इस नात का मुख्य भाव मदीना शरीफ़ के लिए एक आशिक़ की दिली आरज़ू और हसरत है। शायर कल्पना कर रहा है कि अगर वो मदीने की गलियों में होता, वहाँ की ख़जूरों के बाग़ों में घूमता, रौज़ा-ए-अक़दस की जालियों से लिपटता और जन्नत-उल-बक़ी में दफ़्न होता तो उसकी ज़िंदगी और मौत का मज़ा ही कुछ और होता।</де>

Q2. “टुरण दा ताँ मज़ा औंदा” का क्या मतलब है?

यह एक पंजाबी वाक्य है जिसका मतलब है “तो चलने का मज़ा आता”। शायर कह रहा है कि “अगर गली मदीने की होती, तो चलने का मज़ा ही कुछ और होता।”

ज़रूरी लिंक्स (Important Links)

  • YouTube पर सुनें: हाफ़िज़ उमर फ़ारूक़ नक़्शबंदी की आवाज़ में यह नात सुनें।
  • शायर के बारे में जानें: मौलाना मंज़ूर अहमद के बारे में और पढ़ें।
  • हमारी वेबसाइट पर दूसरी मशहूर पंजाबी नातें पढ़ें।

 

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