Main Madine Chala Lyrics (4 Languages) | Owais Raza Qadri

Main Madine Chala Lyrics (Hindi, Urdu, Roman & Gujarati)

“मैं मदीने चला, मैं मदीने चला, फिर करम हो गया, मैं मदीने चला”, यह एक ऐसा कलाम है जो हर आशिक़-ए-रसूल की ज़ुबान पर रहता है, ख़ासकर जब उसे मदीना शरीफ़ की हाज़िरी का परवाना मिलता है। इस दिलकश नात-ए-पाक को दुनिया के मशहूर-ओ-मारूफ़ नात-ख़्वाँ, हज़रत ओवैस रज़ा क़ादरी ने ख़ुद लिखा है और ख़ुद ही अपनी पुर-सोज़ आवाज़ में पढ़ा है।

इस नात का हर शेर उस ख़ुशी, मस्ती और बेख़ुदी की कैफ़ियत को बयान करता है जो एक आशिक़ पर मदीने का नाम सुनकर और वहाँ जाने की तैयारी करते वक़्त तारी होती है। इस पेज पर आपको इस रूहानी नात के मुकम्मल बोल **चार भाषाओं (हिंदी, रोमन, उर्दू और गुजराती)** में मिलेंगे।

नात की जानकारी (Naat Information Table)

 

फीचर (Feature)विवरण (Details)
कलाम का उनवानमैं मदीने चला, मैं मदीने चला
शायर और नात-ख़्वाँहज़रत ओवैस रज़ा क़ादरी (Owais Raza Qadri)
मुख्य विषय (Theme)मदीना शरीफ़ जाने की ख़ुशी और आरज़ू
कलाम की क़िस्मनात-ए-पाक

“Main Madine Chala” Full Naat Lyrics

Hindi Lyrics (हिन्दी बोल)

मैं मदीने चला, मैं मदीने चला,
फिर करम हो गया, मैं मदीने चला।

कैफ़ सा छा गया, मैं मदीने चला,
झूमता झूमता मैं मदीने चला।

अश्क थमते नहीं, पाँव जमते नहीं,
लड़खड़ाता हुआ मैं मदीने चला।

मेरे आक़ा का दर होगा पेश-ए-नज़र,
चाहिए और क्या! मैं मदीने चला।

मेरे गंदे क़दम और उन का हरम,
लाज रखना, ख़ुदा! मैं मदीने चला।

Roman English Lyrics

Main Madine chala, main Madine chala,
Phir karam ho gaya, main Madine chala.

Kaif sa chha gaya, main Madine chala,
Jhoomta jhoomta main Madine chala.

Ashk thamte nahin, paaon jamte nahin,
Ladkhadaata hua main Madine chala.

Mere Aaqa ka dar hoga pesh-e-nazar,
Chaahiye aur kya! main Madine chala.

Mere gande qadam aur un ka Haram,
Laaj rakhna, Khuda! main Madine chala.

Urdu Lyrics (اردو کے بول)

میں مدینے چلا، میں مدینے چلا
پھر کرم ہو گیا، میں مدینے چلا

کیف سا چھا گیا، میں مدینے چلا
جھومتا جھومتا میں مدینے چلا

اشک تھمتے نہیں، پاؤں جمتے نہیں
لڑکھڑاتا ہوا میں مدینے چلا

میرے آقا کا در ہوگا پیشِ نظر
چاہیے اور کیا! میں مدینے چلا

میرے گندے قدم اور ان کا حرم
لاج رکھنا خدا! میں مدینے چلا

Gujarati Lyrics (ગુજરાતી ગીતો)

મૈં મદીને ચલા, મૈં મદીને ચલા,
ફિર કરમ હો ગયા, મૈં મદીને ચલા.

કૈફ સા છા ગયા, મૈં મદીને ચલા,
ઝૂમતા ઝૂમતા મૈં મદીને ચલા.

અશ્ક થમતે નહીં, પાઁવ જમતે નહીં,
લડખડાતા હુઆ મૈં મદીને ચલા.

મેરે આકા કા દર હોગા પેશ-એ-નઝર,
ચાહિએ ઔર ક્યા! મૈં મદીને ચલા.

મેરે ગંદે કદમ ઔર ઉન કા હરમ,
લાજ રખના, ખુદા! મૈં મદીને ચલા.

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (Frequently Asked Questions)

Q1. इस नात का शायर और नात-ख़्वाँ कौन है?

इस दिलकश नात के शायर और नात-ख़्वाँ, दोनों ही बुलबुल-ए-मदीना, हज़रत ओवैस रज़ा क़ादरी हैं। उन्होंने आख़िरी शेर में अपना तख़ल्लुस “उबैद-ए-रज़ा” इस्तेमाल किया है।

Q2. इस कलाम का मुख्य भाव क्या है?

इस कलाम का मुख्य भाव उस बेपनाह ख़ुशी और रूहानी कैफ़ियत का इज़हार है जो एक मुसलमान को मदीना शरीफ़ का बुलावा आने पर महसूस होती है। यह नात उस मुबारक सफ़र की तैयारी और उस दौरान दिल पर गुज़रने वाले जज़्बात की एक ख़ूबसूरत तस्वीर पेश करती है।

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