उमंगें जोश पर आईं, इरादे गुदगुदाते हैं
उमंगें जोश पर आईं, इरादे गुदगुदाते हैं उमंगें जोश पर आईं, इरादे गुदगुदाते हैं जमीले-क़ादरी शायद हबीबे-हक़ बुलाते हैंजगा देते हैं …
उमंगें जोश पर आईं, इरादे गुदगुदाते हैं उमंगें जोश पर आईं, इरादे गुदगुदाते हैं जमीले-क़ादरी शायद हबीबे-हक़ बुलाते हैंजगा देते हैं …