Tajalli E Noor E Kidam Ghous E Azam Naat Lyrics
TAJALLI E NOOR E KIDAM GHOUS E AAZAM NAAT LYRICS
Tajalli E Noor e Kidam Ghous E Aazam
Ziya E Sirajuz Zulam Ghous E Aazam
Tera Hil Hai Tera Haram Ghous E Aazam
Arab Tera! Tera Ajam Ghous E Aazam
Wo Ik Vaar Ka Bhi Na Hoga Tumhare
Kaha Hai Mukhalif Me Damm Ghous E Aazam
Tere Hote Hum Par Sitam Dhaye Dushman
Sitam Hai Sitam Hai Sitam Ghous E Aazam
Badhe Housle Dushmano Ke Ghata De
Zara Le Le Teghe Do Dam Ghous E Aazam
Nahi Laata Khatir Me Shaho Ko Shaha
Tera Banda E Be-Diram Ghous E Aazam
Karam Chahiye Tera Tere Khuda Ka
Karam Ghouse Aazam Karam Ghous E Aazam
Karo Pani Ghumn ko Bahaa Do A’alam Ko
Ghataye Badhi Ho Karam Ghous E Aazam
Nazar Aaye Mujhko Na Surat Alam Ki
Na Dekhu Kabhi Ru-e Ghum Ghous E Aazam
Kuch Aisa Guma De Muhabbat Me Apni
Ke Khud Keh Uthu Me Manam Ghous E Aazam
Khuda Rakhe Tumko Hamare Saro Par
Hai Bas Ik Tumhara Hi Dam Ghous E Aazam
Dam-e-Naz’a Sirane Aajao Pyare
Tumhe Dekh Kar Nikle Dam Ghous E Aazam
Dam-e-Naz’a Aao Ke Dam Aaye Dam Me
Karo Humpe Yaseen Dum Ghous E Aazam
Ye Dil Ye Jigar Hai Ye Aankhe Ye Sar Hai
Jaha Chaho Rakhdo Qadam Ghous E Aazam
Tumhari Mahak Se Gali Kuche Mahke
Hai Baghdaad Rashke Iram Ghous E Aazam
Na Palla Ho Halka Hamara Na Hum Ho
Na Bigde Hamara Bharam Ghous E Aazam
Tumhare Karam Ka Hai Noori Bhi Pyasa
Mile Yum Se Isko Bhi Nam Ghous E Aazam
Tajalliye noore qidam Gaushe Azam| तजल्लीए नूरे क़िदम ग़ौषे आज़म | તજલ્લીએ નૂરે કિદમ ગૌષે આઝમ | english,hindi,gujrati lyrics
Tajalliye noore qidam Gaushe Azam| तजल्लीए नूरे क़िदम ग़ौषे आज़म, ज़िया | તજલ્લીએ નૂરે કિદમ ગૌષે આઝમ | english,hindi,gujrati lyrics
Tajalliye noore qidam Gaushe Azam| तजल्लीए नूरे क़िदम ग़ौषे आज़म, ज़िया | તજલ્લીએ નૂરે કિદમ ગૌષે આઝમ | english,hindi,gujrati lyrics
Tajalliye noore qidam Gaushe Azam
1. Tajalliye noore qidam Ghouse Aazam
, Ziya-e-Sirajul Zulm Ghouse Aazam.
2. Tera hil tera haram Ghouse Aazam,
Arab tera tera ajam Ghouse Aazam.
3. Chala aisi taige daudam Ghouse Aazam,
Qaida ke sar hon qalam Ghouse Aazam.
4. Khudara zara haath seene pe rakh do
Abhi mitte hain gham alam Ghouse Aazam.
5. Yeh dil yeh jigar hai yeh aankhen yeh sar hai,
Jahan chaho rakho qadam Ghouse Aazam.
6. Lagalo mere sar ko qadamon se apne,
Tumhe sirre haq ki qasam Ghouse Aazam.
7. Tumhare karam ka hai “Noori” bhi pyaasa,
Mile yam se us ko bhi nam Ghouse Aazam
Az.. Mufti-e-Azam Alaihirrahma
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तजल्लीए नूरे क़िदम ग़ौषे आज़म, ज़िया
1. तजल्लीए नूरे क़िदम ग़ौषे आज़म,
ज़िया ए सिराजुल ज़ुलम ग़ौषे आज़म।
2. तेरा हिल तेरा हरम ग़ौषे आज़म,
अरब तेरा तेरा अजम ग़ौषे आज़म।
3. चला ऐसी तैगए दौदम ग़ौषे आज़म,
क़ैआदा के सर हों कलम ग़ौषे आज़म।
4. खुदारा ज़रा हाथ सीने पे रख दो,
अभी मिटते हैं ग़म अलम ग़ौषे आज़म।
5. ये दिल ये जिगर है ये आँखें ये सर है,
जहाँ चाहो रखो क़दम ग़ौषे आज़म।
6. लगालो मेरे सर को क़दमों से अपने,
तुम्हें सिर्रे हक़ की क़स्म ग़ौषे आज़म।
7. तुम्हारे करम का है “नूरी” भी प्यासा,
मिले यम से उस को भी नम ग़ौषे आज़म।
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તજલ્લીએ નૂરે કિદમ ગૌષે આઝમ
1. તજલ્લીએ નૂરે કિદમ ગૌષે આઝમ,
ઝિયાએ સિરાજપ્યઝુલમ ગૌષે આઝમ.
2. તેરા હિલ તેરા હરમ ગૌષે આઝમ,
અરબ તેરા તેરા અજમ ગૌષે આઝમ.
3. चला ઐસી તૈગે દોદમ ગૌષે આઝમ,
કેઆઅદા કે સર હોં કલમ ગૌષે આઝમ.
4. ખુદારા ઝરા હાથ સીને પે રખ દો,
અભી મિટતે હૈ ગમ અલમ ગૌષે આઝમ.
5. યે દિલ યે જિગર હૈ યે આંખે યે સર હૈ,
જહાં ચાહો રખ્ખો ક઼દમ ગૌષે આઝમ.
6. લાગાલો મેરે સર કો ક઼દમો સે અપને,
તુમ્હે સિર્રે હક઼ કી ક઼સમ ગૌષે આઝમ.
7. તુમ્હારે કરમ કા હે “નૂરી” ભી પ્યાસા,
મિલૈ યમ સે ઉસ કો ભી નમ ગૌષે આઝમ.
અઝ.. મુફ્તી એ આ’ઝમ અલૈહિર્રહમા
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Koo-e-Nabi se aana sa ke ham,rahat hi kuch aisi thi
बग़दाद में हर सम्त है तयबा का नज़ारा बग़दाद है प्यारा, बग़दाद है प्यारा बग़दाद है प्यारा, बग़दाद है प्यारा Baghdad Men Har Simt he Taibah ka Nazara Baghdad hai piyara lyrics
Aseero Ke Mushkil Kusha Ghous-e-aazam
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واہ کیا جود و کرام ہے شہ بطحا تیرا نہیں سنتا ہی نہیں مانگنے والا تیرا
سوانح امام بخاری biography of imam bukhari
Bigri Bhi Banaeinge Jalwe Bhi dikhaeinge – NAAT
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અજમેર મેરી મંઝીલ બગદાદ હે ઠીકાના
સલામે રઝા મુસ્તફા જાને રહમત પે લાખોં સલામsalame raza
Mehboob e Khuda Makki-Madani
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मोमिन उनका क्या हुआ अल्लाह उसका हो गया
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Shala Wasda Rawe Tera Sohna Haram by Owais Raza Qadri
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Aye Habeeb E Ahmed E Mujtaba Dil E Mubtala Ka Salam Lo – NAAT
હબીબે ખુદા કા નઝારા કરું મેં
ख़राब हाल किया दिल को पुर मलाल किया
نیا چاند دیکھ کر پڑھنے کی دعا
================= Hindi ==============
तजल्ली ए नूर ए क़िदम ए ग़ौस ए आज़म
ज़िया ए सिराज उज़् ज़ुलम ग़ौस ए आज़म
तेरा हिल है तेरा हरम ग़ौस ए आज़म
अ़रब तेरा, तेरा अ़जम ग़ौस ए आज़म
करम आपका है अअ़म ग़ौस ए आज़म
इनायत तुम्हारी अतम ग़ौस ए आज़म
मुख़ालिफ़ हों गो सौ यदम ग़ौस ए आज़म
हमें कुछ नहीं इस का ग़म ग़ौस ए आज़म
चला ऐसी तेग़ ए दो दम ग़ौस ए आज़म
के अअ़्दा के सर हो क़लम ग़ौस ए आज़म
वोह इक वार का भी न होगा तुम्हारे
कहां है मुख़ालिफ़ में दम ग़ौस ए आज़म
तेरे होते हम पर सितम ढाएं दुश्मन
सितम है, सितम है, सितम ग़ौस ए आज़म
कहां तक सुनें हम मुख़ालिफ़ के ताने
कहां तक सहें हम सितम ग़ौस ए आज़म
बढ़े हौसले दुश्मनों के घटा दे
ज़रा ले-ले तेग़ ए दो दम ग़ौस ए आज़म
नहीं लाता ख़ातिर में शाहों को शाहा
तेरा बंदा ए बे-दिरहम ग़ौस ए आज़म
करम चाहिए तेरा तेरे गदा को
करम ग़ौस-ए-आज़म, करम ग़ौस-ए-आज़म
घटा हौसला ग़म की काली घटा का
बढ़ी है घटा दम-ब-दम ग़ौस ए आज़म
बढ़ा नाख़ुदा सर से पानी अलम का
ख़बर लीजिए डूबे हम, ग़ौस ए आज़म
करो पानी ग़म को, बहा दो अलम को
घटाएं बढ़ीं, हो करम ग़ौस ए आज़म
नज़र आए मुझको न सूरत अलम की
न देखूं कभी रूए ग़म ग़ौस ए आज़म
बढ़ा हाथ कर दस्तगीरी हमारी
बढ़ा अब्र-ए-ग़म दम-ब-दम ग़ौस ए आज़म
ख़ुदारा ज़रा हाथ सीने पे रख दो
अभी मिटते हैं ग़म-अलम गौसे आजम
खुदा ने तुम्हें महू-ओ-असबात बख्शा
हो सुल्ताने लौह ओ क़लम ग़ौस ए आज़म
है क़िस्मत मेरी टेढ़ी तुम सीधी कर दो
निकल जाएं सब पेच-व-ख़म ग़ौस ए आज़म
ख़बर लो हमारी के हम हैं तुम्हारे
करो हम पे फ़ज़्ल ओ करम ग़ौस ए आज़म
तुम ऐसे ग़रीबों के फ़रयाद रस हो
के ठहरा तुम्हारा अ़लम ग़ौस ए आज़म
ब-ऐ़न ए इ़नायत ब-चश्म ए करामत
बदा ज़रिया ए ना-चशम ग़ौस ए आज़म
तेरा एक क़तरा अवालम नुमा है
नहीं चाहिए जाम ए ख़म ग़ौस ए आज़म
कुछ ऐसा गुमा दे मोहब्बत में अपनी
के ख़ुद कह उठूं मैं मनम ग़ौस ए आज़म
जिसे चाहे जो दे जिसे चाहे ना दे
तेरे हाथ में है निअ़म ग़ौस ए आज़म
तेरा हुस्न ए नमकीं भरे ज़ख्म दिल के
बना मरहम ए हर दिलम ग़ौस ए आज़म
तरक़्क़ी करे रोज़ ओ शब दर्द ए लज़्ज़त
न हो क़ल्ब का दर्द कम ग़ौस ए आज़म
ख़ुदा रखे तुमको हमारे सरों पर
है बस इक तुम्हारा ही दम ग़ौस ए आज़म
दम ए नज़्अ़ सिरहाने आ जाओ प्यारे
तुम्हें देख कर निकले दम ग़ौस ए आज़म
तेरी दीद के शौक़ में जान जाए
खिंच आया है ऑंखों में दम ग़ौस ए आज़म
कोई दम के मेहमां हैं आ जाओ इस दम
के सीने में अटका है दम ग़ौस ए आज़म
दम ए नज़्अ़ आओ के दम आए दम में
करो हम पे यासीन दम ग़ौस ए आज़म
ये दिल ये जिगर है, ये ऑंखें ये सर है
जहां चाहो रखो क़दम ग़ौस ए आज़म
सर ए ख़ुद ब शमशीर ए अबरू फ़रोशम
ब मिज़़गां तो सीना ए अम ग़ौस ए आज़म
ब बेगान ए तीरत जिगर मी फरोशम
ब तीर ए निगाहत दिलम ग़ौस ए आज़म
दिमाग़म रसद बर सर ए अ़र्श ए आ़ला
ब पायत अगर सर निहम ग़ौस ए आज़म
मेरी सर बुलंदी यहीं से है ज़ाहिर
के शुद ज़ेर ए पायत सरम ग़ौस ए आज़म
लगा लो मेरे सर को क़दमों से अपने
तुम्हें सिर्र ए हक़ की क़सम ग़ौस ए आज़म
क़दम क्यों लिया औलिया ने सरों पर
तुम्हीं जानो इसके हिकम ग़ौस ए आज़म
किया फ़ैसला हक़ ओ बातिल में तुमने
किया हक़ ने तुमको हकम ग़ौस ए आज़म
तुम्हारी महक से गली कूचे महके
है बग़दाद रश्क ए इरम ग़ौस ए आज़म
करम से किया रहनुमा, रहज़नों को
इधर भी निगाहे करम गौसे आजम
मेरा नफ़्स सरकश भी रहज़न है मेरा
ये देता है दम, दम-ब-दम गौसे आज़म
दिखा दे तू इन्नी अ़ज़ूमुन के जलवे
सुना दे स़दा ए मनम ग़ौसे आज़म
मेरे दम को इसके दमों से बचा दे
करम कर, करम कर, करम ग़ौस-ए-आज़म
मैं हूं ना-तवां सख़्त कमज़ोर हद का
हैं जोरों चढ़े इस के दम ग़ौस ए आज़म
न हल्का हो पल्ला हमारा, न हम हों
न बिगड़े हमारा भरम ग़ौस ए आज़म
कहां तक हमारी ख़ताएं गिनेंगे
करें अ़फ़्व सब यक क़लम ग़ौस ए आज़म
हमारी ख़ताओं से दफ़्तर भरे हैं
करम कर के हों कुल अ़दम ग़ौस ए आज़म
तुम्हारे करम का है नूरी भी प्यासा
मिले यम से इसको भी नम ग़ौस ए आज़म